नमस्कार दोस्तों आज हम इस पोस्ट के अंदर जानेंगे कि शेयर मार्केट के अंदर काल और पुट क्या होते हैं और आप कॉल और पुट खरीद कर या बेचकर कैसे पैसा कमा सकते हैं जैसा कि आप सभी जानते हैं शेयर मार्केट के अंदर विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग होती है जिसके अंदर आप शेर को खरीदे या बेचकर पैसा कमा सकते हैंकॉल और पुट दो ऑप्शंस होते हैं जिसके अंदर आपको कुछ प्रीमियम देना पड़ता है
जिससे आप वह काल और पुट खरीद लेते हो अगर आपने जिस पर एक डायरेक्शन का कॉल और पुट खरीदा है अगर मार्केट उस डायरेक्शन के अंदर चलती है तो आपको बहुत सारा प्रॉफिट हो सकता है मान लीजिए आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगी तो आप कॉल खरीद लेंगे और अगर आप जब कॉल खरीदते हैं
तो आप कुछ प्रीमियम देते हैं जहां से अगर मार्केट ऊपर जाती है तो आपको आपके प्रिय में इजाफा होता हुए दिखाई देगा
उसी तरह पुट के अंदर अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगी तो आप कुछ प्रीमियम देकर पुट ऑप्शन को खरीद लेते हैं अगर मार्केट आपकी डायरेक्शन के हिसाब से नीचे जाती है तो आपका वह फुट का प्रीमियम धीरे-धीरे बढ़ने लगता है
ऑप्शन बाय ओर सेल किस किस में करना चाहिए?
वैसे तो दोस्तों अगर आप सिर्फ ऑप्शन के अंदर काम करना चाहते हैं तो मेरी सलाह यही रहेगी कि आप इंडेक्स ऑप्शंस में ही काम करें जैसे निफ्टी और बैंक निफ़्टी मान लीजिए आपको बाजार के अंदर चली चीज खरीदने जाते हैं
बाजार के अंदर वह चीज को ही बेच ही नहीं रहा होगा तो आप खरीदेंगे कैसे तो इसीलिए निफ़्टी और बैंक निफ़्टी के अंदर बहुत ही तगड़ी मात्रा में ऑप्शंस को बेचा और खरीदा जाता है जिसको हम टेक्निकल भाषा के अंदर लिक्विडिटी कहते हैं
जो कि निफ्टी और बैंक निफ़्टी के अंदर बहुत ज्यादा है यदि आप सिर्फ और सिर्फ ऑप्शन में खरीदना और बेचना चाहते हैं तो आप निफ़्टी और बैंक निफ़्टी के अंदर ही कोशिश कर सकते हैं कभी-कभी तो निफ्टी और बैंक निफ्टी के अंदर बहुत तगड़ी move आ जाते हैं और कभी-कभी बहुत छोटे मूव आते हैं अगर आप ऑप्शन स्कोर बाय करती हैं तो अगर बड़ी रैली आ जाती है तो आपको तगड़ा प्रॉफिट हो सकता है
अगर बाई चांस कभी कभी मार्केट साइड भेज हो जाता है या कोई बड़ा मूव नहीं आता है तो आपको लोस भी हो सकता है।
क्या Stock /स्टॉक के ऑप्शंस options में भी काम करना चाहिए?
जैसा कि हम बात कर चुके हैं स्टॉक के ऑप्शंस बहुत ही लिक्विडेट होते हैं जिसके कारण उनके अंदर दूर-दूर तक बाय ओर सेल ऑर्डर लगे होते हैं मान लीजिए आपने कोई कॉल ऑप्शंस खरीदा ₹120 के भाव पर और उसका अगर कोई सेल ऑर्डर ही नहीं है 120 के भाव पर तो आप वह स्टॉक नहीं खरीद पाओगे हालांकि अगर उसका भाव 109 या ₹110 पर है तो आपको वहीं पर वह स्टॉक का कॉल ऑप्शन खरीदना पड़ेगा फिर आप उस ऑप्शंस को बेचना चाहोगे तब भी आपको यही सेम दिक्कत आएगी कभी-कभी तो स्टॉक्स के अंदर बहुत बड़ा मुंह नहीं आने के कारण उनके प्रीमियम वैसे ही टिके होते रहते हैं इसीलिए आपसे अनुरोध है कि आप स्टोक्स में ऑप्शंस को ट्राई ना करके इंडेक्स ऑप्शंस नहीं ट्राई करें क्योंकि इंडेक्स के ऑप्शन ज्यादा लिक्विडेट होते हैं फिर भी अगर आप स्टॉक ऑप्शंस में काम करना चाहते हैं तो आपसे अनुरोध है कि आप nifty50 के टॉप 10 या 15 कंपनी के अंदर ही कॉल या पुटकी पोजीशंस बना सकते हैं क्योंकि इनके अंदर थोड़ी बहुत लिक्विडिटी होती है मान लीजिए रिलायंस रिलायंस एक बहुत ही बेहतरीन कंपनी है जिसके अंदर आपको लिया पुट खरीद या बेच सकते हैं क्योंकि इस कंपनी के शेयर प्राइस में काफी उतार-चढ़ाव आता रहता है एक या 2 दिन के अंदर।
कॉल ऑप्शन को कब खरीदना चाहिए?
कॉल ऑप्शन को खरीदने का एक सही समय जब है जब आपको लगता है कि मार्केट यहां से ऊपर जाएगा या आपने कोई स्टॉक केंद्र पोजीशन बनाई है या बनाने वाले हैं और आपको लगता है कि वह स्टोर किया वह इंडेक्स अभी ऊपर जाएगा तो आप उस स्टॉक या इंडेक्स के अंदर किसी भी स्ट्राइक प्राइस के अंदर आप अपनी कॉल साइड की पोजीशन बना सकते हैं क्योंकि अगर आप कॉल साइड की पोजीशन बनाएंगे तो आपको स्टॉक प्राइस के बढ़ने पर ही प्रॉफिट होगा।मान लीजिए Nifty 17400 की कॉल खरीदी अभी मार्केट 17500 पर चल रही है और धीरे-धीरे मार्केट 17600 के पास जा रही है तो आपको 17400 की कॉल में लगभग 50 से ₹60 का इजाफा होते हुए दिखाई देगा क्योंकि मार्केट जब 40 से 50 पॉइंट या सामान कब जाएगी तो आपको आपके प्राइस के अंदर 50 से ₹60 का इजाफा ही दिखाई देगा क्योंकि आपने इन द मनी की कार प्राइस ले रखी है।
पुट ऑप्शंस को कब खरीदना चाहिए?
जैसा कि हमने बात की है कि कॉल ऑप्शंस को मार्केट के बढ़ने पर खरीदना चाहिए वही जब आपको लगता है कि मार्केट आपके हिसाब से नीचे जाएगा या कोई शेयर प्राइस जब नीचे जाएगा तो आप उस शेर प्राईकर ऑप्शंस के अंदर पुट ऑप्शंस के अंदर पोजीशन बना सकते हैं क्योंकि पुट ऑप्शंस को जब खरीदा जाता है जब आपको लगता है कि मार्केट नीचे गिरने वाला है बाय चांस मार्केट अगर नीचे जाकर वहीं पर रुक जाता है तो आपको उस ऑप्शंस के प्रीमियर में लिखे होते हुए नजर आएगा क्योंकि शेयर मार्केट में आपका जो प्रीमियम आपने दिया है वह धीरे-धीरे धीरे-धीरे गलता रहता है और उसका रेट कम होते रहता है इसीलिए ऑप्शंस थोड़े से खतरनाक होते हैं इसमें सोच समझकर ही काम करना चाहिए एक एग्जांपल के अनुसार समझते हैं मान लीजिए आपको लगता है कि निफ्टी 17500 से गिरकर 17300 तक जाएगी तो आप 17600 का पुट खरीद लेते हैं जिसकी प्राइस ₹150 हैं और मार्केट वहीं पर रुके रहता है और कहीं भी नहीं जाता है 17500 की करीब ही रहता है तो आप का प्रीमियम 1756 सो का जो पुट ऑप्शन है वह डेढ़ सौ से गिरकर 120 या ₹100 तक आ जाएगा क्योंकि इसके अंदर डीके के कारण आपका पेमेंट के होता रहेगा लेकिन अगर मार्केट आपकी डायरेक्शन के हिसाब से 17600 से या 17500 से नीचे गिर के 17300 तक चला जाता है तो आपके प्रीमियम का ऑप्शन प्राइस जो है वह डबल तक भी हो सकता है
क्या कॉल और पुट दोनों को एक साथ खरीदा जा सकता है?
वैसे तो यह एक बेहतरीन सवाल है कि कॉल और पुट ऑप्शन को दोनों को एक साथ खरीदा जा सकता है या नहीं मैं आपको यह बता देना चाहता हूं कि जब आपको लगता है कि मार्केट ऊपर नहीं जाएगा या नीचे नहीं जाएगा आपको कोई भी डायरेक्शन का पता नहीं है तो आप किसी भी ऑप्शंस में पोजीशन बनाने के लिए 2 बार या 3 बार सोचेंगे इसी के अंदर आप एक स्ट्रेटजी का उपयोग कर सकते हैं जिसके अंदर आप किसी आउट ऑफ द मीनिंग के दो पुट ऑप्शन दो कॉल ऑप्शन खरीद सकते हैं मान लीजिए आपने 17400 का कॉल ऑप्शन खरीदा और 17400 का ही पुट ऑप्शन खरीदा मार्केट अभी 17417 पर चल रही है और आपको पता नहीं है कि मार्केट कहां जाएगी तो आपने जो प्रीमियम खरीदा है बाय चांस मार्केट बहुत ज्यादा ऊपर चली जाती है या बहुत ज्यादा नीचे गिर जाती है तो आपको इस कंडीशन के अंदर एक ऑप्शन के अंदर बहुत ज्यादा प्रॉफिट हो दिखाई देगा आप इस स्ट्रेटजी को कोई बड़े फंक्शन या इमेंट के अंदर आजमा सकते हैं जैसे बजट आना कोई बड़ी न्यूज़ आना उसके दौरान आपको इस तरह की स्ट्रैटेजी के अंदर बहुत अच्छा पैसा बन सकता है।